नई दिल्ली।‘अष्टादश पुराणेषु व्यासस्य वचनं द्वयं, परोपकार: पुण्याय पापाय परपीणनम्…!’ परोपकार ही पुण्य है और दूसरों को दुख देना ही पाप। धर्म और अध्यात्म की इतनी सीधी-सादी सी व्याख्या पर चलने वाले ‘गो स्प्रिच्युअल इंडिया‘ के मिशन को प्रोत्शाहित करने  वाले उत्तराखंड के ख्यातिलब्ध नेता, सांसद और स्वयं  आध्यत्मिक  प्रवर्ती  वाले अजय भट्ट को मोदी सरकार में एक और जिम्मेदारी सौंपी गई है। मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में बदलाव के बाद उठी चर्चाओं से इतर अपने सेवा कार्यों को चुप चाप अंजाम देने में लगे अजय भट्ट को रक्षा मंत्रालय और पर्यटन विकास मंत्रालय में राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया है।

संघ के स्वयंसेवक, विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता, उत्तरांचल संघर्ष समिति के प्रमुख सदस्य और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को भारी मतों के अंतर से हराकर विधान सभा में आए कद्दावर नेता अजय भट्ट को आज राज्य मंत्री की शपथ दिलाई गई। भट्ट को रक्षा मंत्रालय और पर्यटन मंत्रालय का भार सौंपा गया है जोकि उत्तराखंड मे  आध्यात्मिक  पर्यटन  के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।  उत्तराखंड में अजय भट्ट की एक पहचान आध्यात्मिक  गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाले राजनेता की भी रही है। सांसद  के तौर पर अजय भट्ट का साथ और मार्गदर्शन  गो स्प्रिच्युअल इंडिया के विभिन्न  कार्यक्रमों  के लिए भी समय-समय पर मिलता रहा है।

कई सालों से मुंबई और देश भर में अपने सफल प्रोडक्शन कार्यों के लिए कई तरह के अवार्ड जीत चुके एप्रोच एंटरटेनमेंट ने युवाओं और देश  के साथ साथ विश्व  भर की जनता को आध्यात्म की ओर मोड़ने के लिए ‘गो स्प्रिच्युअल इंडिया‘ मिशन की शुरुआत की थी। गो  स्पिरिचुअल  इंडिया  और एप्रोच एंटरटेनमेंट के डायरेक्टर सोनू त्यागी ने अजय भट्ट को इस नई सफलता के लिए बधाई दी। सोनू त्यागी ने राज्य मंत्री मनोनीत किए जाने पर अजय भट्ट को शपथ ग्रहण के बाद बधाई देते हुए  आगे भी आध्यात्म को प्रोत्शाहित  करने का  आग्रह किया।

धर्म-आध्यात्म और सेवा कार्यों के बीच की भूली बिसरी कड़ी को जोड़ने में लगे ‘गो स्प्रिच्युअल इंडिया‘ के कर्ता-धर्ता सोनू त्यागी को इन कार्यों के लिए समय-समय पर अजय भट्ट का सहयोग और मार्ग निर्देशन मिलता रहता है। अजय भट्ट को राजनीती  में इस सफलता के लिए शुभकामनाएं देते हुए सोनू त्यागी ने बताया कि अजय भट्ट से उनका सबसे पहले परिचय तभी हुआ जब उन्हें पता चला कि अजय भट्ट राजनीती  के अलावा आध्यात्म में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते रहते हैं। सोनू त्यागी ने बताया कि अजय भट्ट ने विद्यार्थी जीवन से ही सामाजिक कार्यों में रुचि दिखानी शुरु कर दी थी और संघ के अलावा एबीवीपी में भी वो शुरु से ही सक्रिय रहे।

  पहाड़ों की सियासत में अजय भट्ट ने सबसे पहले 1996 में कदम रखा और रानीखेत से विधान सभा से चुनाव जीत कर आध्यात्मिक मंदिर के अलावा लोकतंत्र के मंदिर यानी विधान सभा में पहली बार कदम रखा। नवंबर 2000 में अजय भट्ट उत्तराखंड राज्य सरकार में मंत्री रह चुके हैं। मगर 2019 में लोकसभा चुनावों में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को साढ़े तीन लाख मतों से हराकर चुनावी क्षेत्र में अपनी दमदार पकड़ का मुजायरा किया था। अजय भट्ट के नाम सूबे में सबसे ज्यादा मतों से जीतने का रिकार्ड भी जुड़ गया। अजय भट्ट जैसे आध्यात्मिक व्यक्ति के राजनीती  में होने के बावजूद  सेवा कार्यों और आध्यात्म की ओर रुझान के कारण ही ‘गो स्प्रिच्युअल इंडिया‘ की ओर उनका जुड़ाव बना है।

दीगर बात है कि ‘गो स्प्रिच्युअल इंडिया‘ के तहत आम लोगों और युवाओं को आध्यात्मिक जागरूकता , परोपकारी  और सामाजिक कार्यो , आध्यात्मिक   यात्राओं, आध्यात्मिक आयोजन, आध्यात्मिक मीडिया जिसमे गो  स्पिरिचुअल इंडिया डिजिटल पत्रिका, प्रिंट पत्रिका और जल्द ही गो स्पिरिचुअल इंडिया वेब टीवी भी लांच किया जाना है।

गो स्पिरिचुअल  इंडिया  अध्यात्म  और मानव सेवा  दोनों को महत्वपूर्ण मानता  है।  इसी लिए संस्था  हमेशा  मानव उत्थान  के  कार्यक्रम  चलाता है।  संस्था का मानना  है सही  आध्यात्मिकता  मानवता सिखाती  है।  गो  स्पिरिचुअल  इंडिया  द्वारा परोपकार के कार्यों, जरूरतमंदों के लिए भोजन और कंबल वितरण सरीखे कार्यों से जोड़ने की लगातार कोशिश की जाती रही है। यही नहीं संस्था शाकाहार  को भी प्रोत्शाहित करती है और इसके लिए संस्था ने एक जागरूकता  अभियान  चलाया हुआ है।  संस्था  सिर्फ इंसान के लिए ही नहीं बल्कि जानवरो के लिए भी दयालु होना सिखाती है

‘गो स्प्रिच्युअल इंडिया‘ मिशन के बारे में तफ्सील से बताते हुए सोनू त्यागी ने बताया कि अमूमन लोग आध्यात्म को सिर्फ धार्मिक यात्राओं और घर या मंदिर में पूजा पाठ से जोड़कर देखते हैं। ‘गो स्प्रिच्युअल इंडिया‘ मिशन के तहत लोगों को धार्मिक यात्रा को आध्यात्मिक सफर में बदलने पर जोर दिया जाता है। दान और सेवा कार्यों के जरिए भी धर्म किया जा सकता है और ध्यान योग के जरिए आध्यात्म में रम कर भी दुनिया भर के काम किए जा सकते हैं।

योग और प्राणायाम को जीवन का अंग बनाया जा सकता है। मगर इसके लिए सबसे पहले अपना नजरिया बदलने की जरुरत है।

एप्रोच एंटरटेनमेंट और गो स्पिरिचुअल  इंडिया  के डायरेक्टर सोनू त्यागी ने अजय भट्ट के राज्य मंत्री बनने के बाद से ‘गो स्प्रिच्युअल इंडिया‘ के मिशन को और बल मिलने की उम्मीद भी जताई। गौरतलब है कि एप्रोच एंटरटेनमेंट कमर्शियल फिल्मों, विज्ञापन फिल्मों के निर्माण से लेकर सेलिब्रिटी मैनेजमेंट तक का सफल संचालन कर रहा है। एप्रोच  एंटरटेनमेंट एक अवार्ड विनिंग कंपनी है जो की सेलिब्रिटी मैनेजमेंट , फिल्म निर्माण , विज्ञापन फिल्म निर्माण , फिल्म मार्केटिंग , इवेंट्स  और एंटरटेनमेंट मार्केटिंग  में  है।  कंपनी के कार्यालय  मुंबई , दिल्ली , गुडगाँव , चंडीगढ़  और देहरादून में  हैं।

गो  स्पिरिचुअल इंडिया  एक चैरिटेबल आध्यात्मिक  संस्था है जो की परोपकार , आध्यात्मिक जागरूकता , आध्यात्मिक पर्यटन , आध्यात्मिक इवेंट्स, आध्यात्मिक मीडिया,  आध्यात्मिक प्रकाशन ,  खाद्य  और हेल्थ  उत्पाद और सामाजिक सेवा का कार्य करती है।  गो  स्पिरिचुअल  इंडिया की डिजिटल पत्रिका  पहले से उपलब्ध  है और जल्द ही संस्था  गो  स्पिरिचुअल  इंडिया  की मासिक  पत्रिका के साथ साथ गो  स्पिरिचुअल  इंडिया  वेब टीवी  भी लांच करेगी जो की पुरे विश्व  में  भारतीय  आद्यात्मिक्ता  का प्रचार प्रसार करेगा।

Go Spiritual India Intro Film :

अधिक जानकारी के लिए गो  स्पिरिचुअल  इंडिया की  वेबसाइट देखे

Organization : www.gospiritualindia.org Magazine : www.gospiritualindia.in

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